मैथिली पारंपरिक गीत विवाह गीत

जाहि दिन आहे बाबू तोरो जनम भेल

जाहि दिन आहे बाबू तोरो जनम भेल लीरिक्स जाहि दिन आहे बाबू तोरो जनम भेल,अन्न पानि किछू ने सोहाय हे, सेहो बाबू चलला गौरी विआहन,दुधबाक दाम दहू ने चुकाय हे, दूधक दाम अम्मा सैधियो ने सकै छ,पोसाइक दाम दै देब हे, जाबत जीबऽ अम्मा सैधियो ने सकै छ,धनी हेती नौरी तोहार हे, नित दिन आहे […]