मैथिली गीत सुरेश पंकज

कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते

कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते लीरिक्स कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते,कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते,एखन धरि जिबै छी पिबैते पिबैते,कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते,कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैतेएखन धरि जिबै छी पिबैते पिबैते,कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते,कोहबर घर गेलौं पिबैते पिबैते….. विवाहो सँऽ पहिने रही भोला-भाला,विवाहो सँऽ पहिने रही भोला-भाला,दहेजक रूपैया खोललक शीशी ताल,दहेजक रूपैया […]