देखल ने एहन जमाई गे माई लीरिक्स देखल ने एहन जमाई गे माई,भन भन भृँग भनकय सखि हे सह सह करनि साँप,आगू पाछू भूत भभूत लय कऽ देखि जिय थर-थर काँप,गे माई बाघक छालक पहिरन देखल, लटपट बसहा असबार,एक हाथ डम डम डमरू बजाबय, एक हाथ मनुष कपार,गे माई जटाजूट सिर छाउर लगाओल, गर बीच […]