नजरि के खोलि कऽ लिरिक्स नजरि के खोलि कऽ, सुधा रस बोरि कऽ,नजरि के खोलि कऽ, सुधा रस बोरि कऽ,चलै छौ तोर नैना, ई नैना नैना नैना,करै छौ ई हरान गे, मरै छौ नौजवान गे,करै छौ ई हरान गे, मरै छौ नौजवान गे,नजरि के खोलि कऽ, सुधा रस बोरि कऽ,चलै छौ तोर नैना, ई नैना […]