छोटी मोटी तुलसी गाछ लिरिक्स छोटी मोटी तुलसी गाछ चतऽरल डाढ़ि,आहे चतरल डाढ़ि,राम ताहि तर बिषहरि खेलथि जुअसारि,राम ताहि तर बिषहरि खेलथि जुअसारि,खेलैते धूपइते बिषहरि के टूटल ग्रीवहार,आहे टूटल ग्रीवहार,राम ताहि लेऽय बिषहरि, रोदन पसारि,राम ताहि लेऽय बिषहरि, रोदन पसारि….. घोड़बा चढ़ल एलखिन भैरव भाई,आहे भैरव भाई,राम कथि लेऽय बिषहरि, रोदन पसारि,राम कथि लेऽय बिषहरि, […]