मैथिली गीत सच्चिदानन्द पाठक

आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि

आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि लीरिक्स बाबू भैया यौ,आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि,बाबू भैया यौ,आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि,नहिये जेबै, नहिये जेबै, जेबै नै ससुरारि,बाबू भैया यौ,आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि,बाबू भैया यौ,आब नै जेबै कहियो हम ससुरारि….. घी के बदला में डलडा खुएलकै,पूरी के बदला में रोटी के जलखै,घी के […]