जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर लिरिक्स जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,हे माय आहाँ बिनु आश ककर, जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,हे माय आहाँ बिनु आश ककर,हे माय आहाँ बिनु आश ककर,जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,जगदम्ब आहीं अबलम्ब हमर,हे माय आहाँ बिनु आश ककर,हे माय आहाँ बिनु आश ककर,जगदम्ब आहीं……. हम भरि जग सँऽ […]